Kartik Purnima 2023 | Kartik Purnima Date & Time, Muhurat, Puja Vidhi | कार्तिक पूर्णिमा 2023 | कार्तिक पूर्णिमा तिथि, मुहुर्त, पूजा विधि

Kartik Purnima 2023 | कार्तिक पूर्णिमा 2023 | Kartik maas Purnima 2023 | Kartik Purnima 2023 in hindi

हिंदू पंचांग में कार्तिक आह में पड़ने वाली पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा से जाना जाता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान दान का विशेष महत्व मन गया है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन श्री हरि विष्णु की पूजा अर्चना करने का भी विधान है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन ब्रह्मा मुहूर्त में उठकर स्नान कर लेना चाहिए और उसके बाद स्वच्छ कपडे धारण करना चाहिए और सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए, उसके बुरे भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना करनी चाहिए। भगवान विष्णु को भोग लगाना चाहिए और उनकी आरती करनी चाहिए। शाम के समय चंद्रमा के उदय होने पर चंद्रमा को अर्घ देना चाहिए और कार्तिक पूर्णिमा व्रत का पालन करना चाहिए।

राक्षस त्रिपुरासुर पर भगवान शिव की विजय का स्मरण कार्तिक पूर्णिमा के दिन किया जाता है, जिसे ‘त्रिपुरी पूर्णिमा’ या ‘त्रिपुरारी पूर्णिमा’ भी कहा जाता है। जब यह शुभ दिन ‘कृत्तिका’ नक्षत्र में होता है, तो इसे ‘महा कार्तिक’ कहा जाता है। ‘.

Kartik Purnima 2023 odia

ହିନ୍ଦୁ କ୍ୟାଲେଣ୍ଡରରେ କାର୍ତ୍ତିକ ଆହାରେ ପଡୁଥିବା ପୂର୍ଣ୍ଣିମା କାର୍ତ୍ତିକ ପୂର୍ଣ୍ଣିମା ଭାବରେ ଜଣାଶୁଣା | କାର୍ତ୍ତିକ ପୂର୍ଣ୍ଣିମା ଦିନ ଗାଧୋଇବା ଏବଂ ଦାନର ବିଶେଷ ଗୁରୁତ୍ୱ ଅନୁଭବ କରାଯାଏ | କାର୍ତ୍ତିକ ପୂର୍ଣ୍ଣିମା ଦିନ ଶ୍ରୀ ହରି ବିଷ୍ଣୁଙ୍କୁ ପୂଜା କରିବାର ଏକ ପରମ୍ପରା ମଧ୍ୟ ଅଛି | କାର୍ତ୍ତିକ ପୂର୍ଣ୍ଣିମା ଦିନ ବ୍ରହ୍ମା ମୁହୂର୍ତାରେ ଜାଗ୍ରତ ହୋଇ ଗାଧୋଇବା ଉଚିତ୍ ଏବଂ ଏହା ପରେ ପରିଷ୍କାର ପୋଷାକ ପିନ୍ଧି ସୂର୍ଯ୍ୟ ଭଗବାନଙ୍କୁ ଅର୍ଗିଆ ଅର୍ପଣ କରିବା ଏବଂ ତାଙ୍କର ମନ୍ଦ ପ୍ରଭୁ ବିଷ୍ଣୁ ଏବଂ ମାତା ଲକ୍ଷ୍ମୀଙ୍କୁ ପୂଜା କରିବା ଉଚିତ୍। ଭଗବାନ ବିଷ୍ଣୁଙ୍କୁ ଅର୍ପଣ କରାଯିବା ଉଚିତ ଏବଂ ତାଙ୍କର ଆରତୀ ପାଳନ କରାଯିବା ଉଚିତ୍ | ଯେତେବେଳେ ସନ୍ଧ୍ୟାରେ ଚନ୍ଦ୍ର ଉଠେ, ଚନ୍ଦ୍ରକୁ ନ ings ବେଦ୍ୟ ଦିଆଯିବା ଉଚିତ ଏବଂ କାର୍ତ୍ତିକ ପୂର୍ଣ୍ଣିମା ଉପବାସ ପାଳନ କରାଯିବା ଉଚିତ୍ | Check out Kartik Purnima 2023 odia calendar here.

Kartik Purnima 2023 Date & Time | Kartik Purnima 2023 start and end date | Kartik Purnima 2023 drik panchang

Kartik Purnima 2023 date is Monday, November 27, 2023

Kartik Purnima 2023 start date – Kartik Purnima 2023 Tithi Begins – 10:23 AM on Nov 26, 2023
Kartik Purnima 2023 Tithi Ends – 09:15 AM on Nov 27, 2023
Kartik Purnima 2023 time is 10:23 AM Nov 26, 2023 to  09:15 AM on Nov 27, 2023
Kartik Purnima 2023 november me 26 tareek ko shuru ho jayegi.

Kartik Purnima 2020 was on Mon, 30 Nov, 2020.

Kartik Purnima 2023 Date & Time in hindi | कार्तिक पूर्णिमा 2023 तारीख और समय

Kartik Purnima 2023 panchak date – कार्तिक पूर्णिमा 2023 तारीख और समय सोमवार, 27 नवंबर 2023 है

पूर्णिमा तिथि आरंभ – 26 नवंबर 2023 को सुबह 10:23 बजे
पूर्णिमा तिथि समाप्त – 27 नवंबर, 2023 को सुबह 09:15 बजे
Kartik Purnima 2023 november me 26 tareek ko shuru ho jayegi.

Kartik Purnima 2023 date and time in telugu | Kartik Purnima 2023 telugu calendar

Kartik Purnima 2023 date telugu- తేదీ సోమవారం, నవంబర్ 27, 2023

కార్తీక పూర్ణిమ 2023 ప్రారంభ తేదీ – పూర్ణిమ తిథి ప్రారంభం – నవంబర్ 26, 2023న 10:23 ఉదయం 
పూర్ణిమ తిథి ముగుస్తుంది – నవంబర్ 27, 2023న ఉదయం 09:15 
కార్తీక పూర్ణిమ 2023 సమయం 10:23 ఉదయం నవంబర్ 26, 2023 నుండి నవంబర్ 27, 2023న 09:15 ఉదయం 

Kartik Purnima 2023 USA

Kartik Purnima in 2023 in USA will be on November 27, 2023.
Purnima Tithi will begin at 15:55 on November 26, 2023, and it will end at 14:47 on November 27, 2023.

Kartik Purnima 2023 Puja Vidhi | कार्तिक पूर्णिमा 2023 पूजा विधि

Today Kartik Purnima, कार्तिक पूर्णिमा पूजा विधि के लिए सबसे पहले चौकी लगा लेंगे। चौकी को तुलसी माता के गमले के पास ही लगाए, उसके साथ ही एक कलश स्थापित करले। थोड़े से तिल के दाने डाले और फिर कलश की स्थापना करें। विष्णु जी, गणेश जी को विराजमान करले। उसके बाद गंगाजल से शुद्धि करले और एक दिया जला ले, दिए के नीचे थोड़े चावल रखले, इसके बाद गणेश जी ओ वस्त्र स्वरूप कलावा समर्पित करदे और विष्णु जी को बी कलावा स्थापित करले। इसके बाद तुलसी माता को चुनरी ओड़ा दे या कलावा समर्पित करले और सभी को चंदन का तिलक लगा ले। एक छोटे कलश में गंगाजल रखले और इसे तिलक करले।

विष्णु जी और गणेश जी को भोग समर्पित करें। विष्णु जी को सबसे पहले तुलसी समर्पित करें, उसके बाद सभी को मिश्री का भोग लगाएंगे। इसके बाद फल समर्पित करें, याद रखें कि इस दिन फलों में अंवला जरूर समर्पित करिए। इसके बाद गंगा जी और तुलसी जी को श्रृंगार समर्पित करें। इसके बाद हम जल बी समर्पित करेंगे और दक्षिणा जरूर रखेंगे। हाथ में पुष्प ले और फिर कार्तिक पूर्णिमा कथा सुने। हाथ जोड़कर पूजा में रही कमियां के लिए माफ़ी मांगे और इसके बाद मंत्र का जाप करते हुए 108 प्रक्रिमा करें। यदि 108 न हो पाये तो 5 या 7 या 8 परिक्रमा करले। अंत में विष्णु जी की आरती करें।

Kartik Purnima 2023 Puja Vidhi | कार्तिक पूर्णिमा 2023 पूजा विधि
Kartik Purnima 2023 Puja Vidhi | कार्तिक पूर्णिमा 2023 पूजा विधि

Kartik Purnima Katha | कार्तिक पूर्णिमा कथा

कार्तिक पूर्णिमा उत्सव कई कहानियों और किंवदंतियों से जुड़ा हुआ है। एक उल्लेखनीय कथा यह है कि इस दिन भगवान शिव ने राक्षस त्रिपुरासुर का वध किया था। हालाँकि, भारत के विभिन्न क्षेत्रों में कार्तिक पूर्णिमा से जुड़ी किंवदंतियों में भिन्नता है। नीचे कार्तिक पूर्णिमा से संबंधित प्रसिद्ध कहानियों में से एक है:

त्रिपुरासुर वध की कथा:

इस कथा के अनुसार तारकाक्ष, विद्युन्माली और कमलाक्ष नाम के तीन राक्षस भाई थे। इन राक्षसों को सामूहिक रूप से त्रिपुरासुर के नाम से जाना जाता था। उन्होंने भगवान ब्रह्मा से एक वरदान प्राप्त किया था जिससे वे अजेय थे और उन्हें हराना लगभग असंभव था। इस वरदान के फलस्वरूप वे अत्यंत शक्तिशाली हो गये और देवताओं को कष्ट देने लगे।

राक्षसों के अत्याचार को सहन करने में असमर्थ देवताओं ने भगवान शिव से मदद मांगी। हालाँकि, वरदान में एक शर्त थी कि राक्षसों को केवल एक ही तीर से मारा जा सकता था जो उनके तीन उड़ने वाले शहरों (त्रिपुरा) को नष्ट कर देगा। समस्या यह थी कि ये शहर छोटी अवधि के लिए हर हजार साल में एक बार संरेखित होते थे।

भगवान शिव, रुद्र के रूप में अपने ब्रह्मांडीय रूप में, देवताओं की मदद करने के लिए सहमत हुए। जब कार्तिक माह की पूर्णिमा के दिन उचित अवसर आया, तो भगवान शिव ने एक शक्तिशाली तीर चलाया, जिससे राक्षसों के तीन उड़ते शहरों को नष्ट कर दिया और त्रिपुरासुर को परास्त कर दिया। इस घटना को कार्तिक पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

भक्तों का मानना ​​है कि इस शुभ समय के दौरान अनुष्ठानों, प्रार्थनाओं और दान के कार्यों के साथ कार्तिक पूर्णिमा का पालन करने से आध्यात्मिक योग्यता और आशीर्वाद मिलता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि विभिन्न क्षेत्रों और समुदायों में कार्तिक पूर्णिमा से जुड़ी कहानियों में भिन्नता हो सकती है। हालाँकि, मुख्य विषय आमतौर पर एक देवता, अक्सर भगवान शिव के दैवीय हस्तक्षेप के साथ सद्गुण की विजय और राक्षसी ताकतों की हार के इर्द-गिर्द घूमता है।

Kartik Purnima 2023 vrat | Kartik Purnima fast | कार्तिक पूर्णिमा 2023 व्रत

नारद पुराण के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन Kartik Purnima 2023 ganga snan करके विधि के साथ कार्तिकेय की पूजा करनी चाहिए। इस दिन शाम के समय दीपदान करने से संसार के दुखों और परेशानियों से छुटकारा मिलता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह स्नान कर के शुद्ध दिन व्रत किया जाता है। क्या दिन भगवान विष्णु की आराधना की जाति है। कई लोग इस दिन गंगा स्नान भी करते हैं, Kartik Purnima 2023 ganga snan का कार्तिक माह में बहुत मन जाता है। भगवान शंकर का पूजा किया जाता है।

ब्राह्मणो को इस दिन भोजन करवाना शुभ माना जाता है। इस दिन भोजन से पहले हवन करवाना सुभ मन जाता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन रात में चंद्रमा के दर्शन करने के लिए 6 कृतियों में शिव, प्रीति, संभूति, अनुसूया, शमा और शांति का पूजन करना चाहिए तथा व्रत के ऊपर बेल दान से व्यक्ति का शिवलोक प्राप्त होता है, जो लोग इस दिन गंगा तथा अन्या पवित्र स्थान पर श्रद्धा – भक्ति से स्नान करते हैं वो भाग्यशाली होते हैं।

इस दिन के लिए मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने मछली के रूप में यानि अपना पहला अवतार मत्स्य के रूप में लिया था, इसलिए इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान होता है।

Happy Kartik Purnima
Happy Kartik Purnima

Significance of Kartik Purnima | कार्तिक पूर्णिमा महत्व

कई हिंदू पवित्र ग्रंथों में कार्तिक पूर्णिमा के महत्व का उल्लेख किया गया है। कार्तिक पूर्णिमा हिंदुओं के लिए बेहद पवित्र और सांस्कृतिक दिन है। माना जाता है कि यह दिन भगवान विष्णु की पूजा करने वाले भक्तों के लिए अपार धन लेकर आता है।

कार्तिक पूर्णिमा औपचारिक तुलसी विवाह का दिन है, जो वृंदा का जन्मदिन भी है। कार्तिक स्नान कार्तिक माह का एक महत्वपूर्ण तत्व है; यह 100 अश्वमेघ यज्ञ करने के बराबर है। इस दिन किए गए किसी भी धार्मिक अभ्यास से कई लाभ प्राप्त होंगे क्योंकि यह बहुत मददगार है। Kartik Purnima ko janme log bahot lucky hote hain.

Kartik Purnima 2023 kab hai?

Kartik Purnima 2023 Nov 27 ko hai.

कार्तिक पूर्णिमा 2023 में कब है?

कार्तिक पूर्णिमा 2023 27 नवंबर को है।

Kartik Purnima 2023 vrat kab hai?

Kartik Purnima 2023 vrat Monday, Nov 27 ko kia ja sakta hai.

Kartik Purnima 2023 me kab hai?

Kartik Purnima 2023 me 27 November, 2023 ko hai.

Kartik Purnima 2023 kab ki hai?

Kartik Purnima 2023 27 November, 2023 ki hai.

Is Kartik Purnima auspicious?

Yes, Kartik Purnima is considered as the most auspicious and sacred day to worship Lord Vishnu as on this day, Lord Vishnu took his first incarnation in the form of a fish i.e. Matsya, hence there is a tradition of worshiping Lord Vishnu on this day.

How is Kartik Purnima celebrated?

Kartik Purnima is celebrated by taking holy bath and worshipping Lord Vishnu. It’s followed by fast by most of the people and at night Moon is also worshipped.

Why Kartik month is important?

Kartik month is important as this is the most sacred time according to Hinduism, to pray and worship Lord Vishnu.

Why Kartik puja is done?

Kartik Puja is done to end the sufferings and to pray Lord Vishnu along with Lord Sun and Moon.

Why Kartik Purnima is celebrated?

Kartik Purnima is celebrated as on this day, Lord Vishnu took his first incarnation in the form of a fish.

What is Kartik Purnima?

Kartik Purnima is an auspicious festival held on the Purnima of the Hindu month of Kartik. Kartik Purnima date falls between the months of October and November. Kartik is regarded as the holiest month of the Hindu calendar.

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